
आर्या जैसे ही वीर के ऑफिस का गेट खोलती है तो सामने का नज़ारा देखकर उसका खून खौल उठता है। सामने वीर अपने लैपटॉप पर बहुत ध्यान से काम कर रहा था, लेकिन उसका ध्यान बराबर उस लड़की की बातों पर भी था, जो उसके सामने खड़ी होकर उसे कुछ समझा रही थी।
वीर अपने काम में इतना डूबा था कि उसने यह नोटिस ही नहीं किया कि वो लड़की उसके कितनी करीब खड़ी है। उसके बाल वीर के कंधे पर झूल रहे थे और वह लगभग उसके गले के पास झुकी हुई थी। क्योंकि वह लैपटॉप स्क्रीन पर कुछ दिखा रही थी, उस लड़की शर्ट के ऊपर के दो से तीन बटन खुला हुआ था, और अगर वीर ज़रा भी उसकी तरफ मुड़ता तो उसका चेहरा सीधे उस लड़की के सीने से टकराता।

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